दोस्तों, एक पल के लिए जरा सोचिए कि जहां तापमान इतना कम हो जाता है कि सांस लेना भी मुश्किल हो जाए, वहां लोग कैसे रहते हैं? दुनिया की सबसे ठंडी जगहों पर जीवन कैसा होता है, यह जानना जितना हैरान करने वाला है, उतना ही दिलचस्प भी। वहां के लोग इस हड्डियाँ कंपा देने वाली ठंड में कैसे जीते हैं, जहां दिन भी रात की तरह जमा देने वाला होता है? इस ब्लॉग में हम ऐसी ही ठंडी जगहों पर रहने वाले लोगों की ज़िंदगी, उनकी चुनौतियाँ, और उनके जज़्बे की कहानियाँ जानेंगे। चलिए, उन इलाकों की सैर करते हैं, जहां ठंड भले ही सब कुछ जमा दे, लेकिन वहाँ के लोग हर हाल में जीने का तरीका निकाल ही लेते हैं।
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ToggleOymyakon, Russia: The Coldest Village in the World (ओयम्याकोन, रूस: दुनिया का सबसे ठंडा गाँव)
रूस के साइबेरिया में एक छोटा सा गाँव है—ओयम्याकोन। सर्दियों में यहाँ का तापमान -50°C से भी नीचे चला जाता है। सोचिए, इतनी ठंड में लोग कैसे जीते होंगे! यहाँ के लोग खास तरह के गर्म कपड़े पहनते हैं, जो कई परतों में होते हैं। उनके घर लकड़ी जलाकर गर्म रखे जाते हैं, और यहाँ के बच्चों के लिए -52°C से कम तापमान होने पर ही स्कूल बंद होते हैं। खाने में ये लोग ज्यादातर मीट और मछली का ही सेवन करते हैं, जिन्हें वे फ्रोजन रखते हैं।
Vostok Station, Antarctica: Scientists' Haven (वोस्तोक स्टेशन, अंटार्कटिका: वैज्ञानिकों का ठिकाना)
अंटार्कटिका के वोस्तोक स्टेशन का नाम आपने सुना होगा। यह धरती का सबसे ठंडा स्थान है, जहाँ का औसत तापमान -60°C के आसपास रहता है। यहाँ वैज्ञानिक रहते हैं, जो अंटार्कटिका में शोध करने आते हैं। इतनी ठंड में उनका हर काम मुश्किल हो जाता है—चाहे वो पानी पिघलाना हो या खाना बनाना। यहाँ बिजली और हीटिंग के लिए डीजल जनरेटर का इस्तेमाल होता है, और वे ज्यादातर समय अंदर ही बिताते हैं।
Inuits of Northern Canada: Life in the Snow (उत्तर कनाडा के इनुइट्स )
बर्फ में जिंदगी कनाडा के उत्तरी हिस्सों में इनुइट्स नामक आदिवासी समुदाय रहते हैं, जो बर्फीली परिस्थितियों में जीने के आदी हैं। वे बर्फ से बने इग्लू में रहते हैं, जो अंदर से गर्म होते हैं। इनके खाने में सील, व्हेल और मछलियाँ होती हैं, जिन्हें वे कच्चा ही खाते हैं। इनुइट्स के लिए बर्फ और ठंड से निपटना एक कला है, जिसे वे पीढ़ियों से सीखते आ रहे हैं।
Greenland's Cold Villages: ग्रीनलैंड के ठंडे गाँव
जहाँ बर्फीली हवाएँ रोज़मर्रा की बात हैं ग्रीनलैंड के लोग छोटी-छोटी बस्तियों में रहते हैं, जो बर्फ से ढकी रहती हैं। इनका जीवन मछली पकड़ने, शिकार करने और गर्म कपड़ों पर निर्भर है। हर साल यहाँ ठंड से लड़ने के लिए खास तैयारी की जाती है, ताकि वे इस कठोर जलवायु में खुद को बचा सकें।
Finland's Lapland: (फिनलैंड के लापलैंड)
डी सर्दियाँ और आरामदायक जीवन फिनलैंड के लापलैंड क्षेत्र में सर्दियों में तापमान -30°C तक पहुँच जाता है। यहाँ के लोग लकड़ी के फर्नेस से अपने घरों को गर्म रखते हैं और रेनडियर पालन का काम करते हैं। ठंड के मौसम में बाहर निकलना खतरनाक होता है, इसलिए लोग बाहर जाने से पहले पूरी तैयारी करते हैं।
Iceland: आइसलैंड
प्राकृतिक गर्मी का सहारा आइसलैंड में ठंड से निपटने के लिए लोग जियोथर्मल ऊर्जा का सहारा लेते हैं। यहाँ के घरों को प्राकृतिक गर्म पानी के झरनों और ज्वालामुखीय ऊर्जा से गर्म रखा जाता है। यहाँ की जीवनशैली ठंड के हिसाब से पूरी तरह से ढली हुई है।
अगर दुनिया के सबसे ठंडे स्थानों की बात करें, जहां लोग रहते हैं, तो इस दुनिया का सबसे ठंडा जगह रूस का याकुत्स्क शहर है। यहाँ धरती के ऐसी जगह पर है जहाँ केवल 4 घंटे ही सूर्य की रोशनी पड़ती है। यहाँ दुनिया का अब तक का सबसे कम तापमान देखा गया है, जो -64.4 डिग्री सेल्सियस है। आमतौर पर यहाँ के लोगों को कार स्टार्ट करने में ही 2 घंटे लग जाते हैं। इन लोगों को कार स्टार्ट करने के लिए उन्हें एक डिवाइस से उस कार को गर्म करना पड़ता है।
अगर इंडिया के सबसे ठंडे शहर की बात करें तो इंडिया का सबसे ठंडा शहर ड्रास है, जो लद्दाख में है, जिसका एवरेज तापमान -45 डिग्री सेल्सियस है।
लेकिन अगर धरती के सबसे ठंडे स्थान की बात करें तो ईस्टर्न अंटार्कटिक प्लेटौ है, जहाँ का तापमान -94 डिग्री सेल्सियस है। धरती पर यह एक अलग ग्रह की तरह है।