सोचिए, एक ट्रेन इतनी लंबी कि उसकी शुरुआत और अंत दोनों एक साथ देख पाना मुश्किल हो! ये कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है। 7 किलोमीटर लंबी यह ट्रेन दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन है, जिसे देखकर आपको सचमुच लगेगा कि ये कोई विशाल अजगर सांप है जो पटरियों पर रेंग रहा हो।
इस ट्रेन की लंबाई ही नहीं, बल्कि इसे चलाने की पूरी प्रक्रिया भी बेहद दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण है। इतनी लंबी ट्रेन को संभालना, उसे मोड़ना और हर बोगी पर नजर रखना किसी भी रेल चालक के लिए एक असली चुनौती है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि इस ट्रेन को कैसे चलाया जाता है, इसकी खासियतें क्या हैं और यह कहाँ चलती है। तो चलिए, दुनिया की सबसे लंबी ट्रेन के इस अनोखे सफर में हमारे साथ जुड़िए!
आमतौर पर अपने 2 से 3 दिन का सफर किया होगा। लेकिन आपको बता दें की इस ट्रैन की रूट कन्याकुमारी से डिब्रुडढ तक का सफर तय करने में इसे 3 दिन से भी ज्यादा का समय लगता है। और ये ट्रैन 4200 किलोमीटर तक के सफर को करती है। Super vasuki नाम की ये ट्रैन दुनिया बड़ी ट्रैन है जो की एक मालगाड़ी है और ये ट्रैन 35 किलोमीटर लम्बी है। कह सकते है की ये भारत के सबसे लम्बे रूटों में से एक है।
आमतौर पर इसका प्रयोग कोयले के ट्रांसपोर्ट के लिए किया जाता है। इसके पहले की बात करें तो शेषनाग नाम की ये ट्रैन जो 28 किलोमीटर लम्बी थी। लेकिन अगर पुरे विश्व की बात करें तो चीन की ये ट्रैन लगभग 26 किलोमीटर की है और साउथ अफ्रीका के पास 45 किलोमीटर की ट्रैन है।
हालाँकि पुरे विश्व में सबसे लम्बी ट्रैन की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के पास सबसे लम्बी ट्रैन है। जो की लोहे हो ट्रांसपोर्ट करने के लिए प्रयोग की जाती है इस ट्रैन की लम्बाई 7 किलोमीटर तक है।